Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
इसरो ने कहा है कि 15 सितंबर को आदित्य एल 1 की कक्षा को बदला गया है। इस ऑपरेशन के दौरान मॉरीशस, बंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर स्थित इसरो के ग्राउंड स्टेशनों से मिशन की प्रक्रिया को ट्रैक किया गया। अब 19 सितंबर को रात दो बजे इसे लैग्रेंज पॉइंट एल 1 की कक्षा में स्थापित करने के लिए ऑर्बिट बढ़ाई जाएगी।
नई दिल्ली। सौर वायुमंडल का अध्ययन करने निकला आदित्य एल-1 पृथ्वी के चौथी कक्षा में पहुंच गया है। अब अगला पड़ाव पृथ्वी की कक्षा को छोड़ सूर्य की कक्षा की अग्रसर होने का है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ने एक्स पर यह जानकारी दी।
इसरो ने कहा है कि 15 सितंबर को आदित्य एल 1 की कक्षा को बदला गया है। इस ऑपरेशन के दौरान मॉरीशस, बंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर स्थित इसरो के ग्राउंड स्टेशनों से मिशन की प्रक्रिया को ट्रैक किया गया। अब 19 सितंबर को रात दो बजे इसे लैग्रेंज पॉइंट एल 1 की कक्षा में स्थापित करने के लिए ऑर्बिट बढ़ाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दो सितंबर को भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग की गई थी। इसरो ने पीएसएलवी सी 57 लॉन्च व्हीकल से आदित्य एल 1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। यह 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करके एल वन प्वाइंट पर स्थापित होगा।